सारंगढ़|| अवैध बिजली कनेक्शन क्यों पहुंचा अभ्यारण्य अंदर जिम्मेदार कौन?बिट गार्ड या अधिकारी!

Dinesh Jolhe
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बिजली तार की अवैध कनेक्शन की चपेट में पूरा अभ्यारण्य! अधिकारियों की सांठगांठ की प्रतीत!

घटना हुई तो खुली आंख विभाग के जिला प्रमुख खामोश! छोटे कर्मचारी पर करवाही बड़े को अभयदान?

सारंगढ़- बिलाईगढ जिले के सबसे बड़े वन क्षेत्र अर्थात जिले के सबसे बड़े गोमर्डा अभ्यारण्य जो की 277 वर्ग किलोमीटर तक जिसकी चौपाई मतलब पेड़ो की छाया जो अक्सीजन से घिरा हुआ है। इस अभ्यारण्य में तरह तरह के वन्य जीवों का विचरण लगातार बना है जिसमे हिरण, कोटरी, सांभर,नीलगाय,गौर,चीतल जैसे कई ऐसे वन्य जानवर है जो इस जंगल में विचरण करते दिखा गया दिखा नहीं अपितु इस अभ्यारण्य में मौजूद है| इस ही अभ्यारण्य में कभी बड़े बड़े वन्य जीव भी रहा करते थे जो राजा राठियो के जमाने में मौजूद होने की प्रमाण भी पुरातात्विक इतिहास में दर्शाया गया है| वही 2023 में हाथियों का दर्जनों गुट यानी गजराजो का भी थम सुना गया देखा गया जिस बीच हाथियों का शव भी पाया गया था। जिसमे एक बड़ी हाथी और एक मादक शावक की डेट बॉडी भी मिला हालांकि शावक की बॉडी अन्यंत्रा जिला बॉर्डर पर मिला तो एक जंगल के बीचोबीच ऐसे में वन विभाग की गहरी निद्रा में होने का अहसास होना बताया जा रहा है या चौकचाबंध समझ से परे है।

बाघ (Tiger) की हत्या करने अवैध बिजली कनेक्शन का शिकारियों ने उठाया बेजा लाभ! विभाग की सुस्त रवईया बना बाघ मौत का कारण

दर_असल वन विभाग की जिम्मेदार अधिकारियों के बदौलत बाघ की हत्या हुई है ये हम नहीं कहते बल्कि बाघ की हत्या की दास्तां ही बयां कर रहा है और बयां कैसे देखे इसे | वन विभाग के कर्मचारियों की बिना परमिशन के जंगल आंचल में एक साधारण व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकता इसके लिए अनुमति नहीं मिलेगा लेकिन बार बार ऐसी ही वन्य जीवों की शिकार कैसे हो रहा है| जबकि विभाग चाहती तो अवैध कनेक्शन बिजली तार को बंद करवा सकता है लेकिन ऐसा क्यों नहीं कर रहा! क्यों विद्युत विभाग को नही लिख रहा पत्र! कही न कही दोहरा लाभ तो नही मिल रहा विभाग को! पहले शिकार फिर गिरफ्तार ये सोचने और समझने वाली स्टोरी बनी पढ़ी है| जबकि वन विभाग के लगे बिट गार्ड कर्मचारियों को जंगलों की प्रत्येक बिट क्रमांक(कक्ष) को बांटा गया है प्रत्येक सर्किल के हिसाब से अधिकारियो को बांटा जाता है|जहा बिट गार्डों को मॉनिटरिंग करने के लिए नियुक्त किया गया है फिर भी शिकार पे शिकार होता जा रहा है| और कर्मचारियों की मॉनिटरिंग करना पूरी तरह से विफल होता जा रहा है जिससे साफ पता चल रहा है की कितनी जिम्मेदारी दिखाई दे रहा है| या उच्च अधिकारी नहीं कर रहे जंगलों के ख्याल |

बिजली तार को हमेशा शिकारी पकड़ने के पहले या बाद में जप्त किया जाता है जबकि विभाग चाहती तो एक भी अवैध कनेक्शन नहीं हो सकता जंगलों के बीचों बीच सक्रिय|

Dinesh Jolhe
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