सारंगढ़|| राईसमील में धान कम बल्कि प्रतिबंधित डीजल बायो.का है स्टॉक ज्यादा! रात भर हो रही परिवहन,थोड़ा ‘धैर्य’ रखे| भाग -1

Dinesh Jolhe
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सरसींवा_सारंगढ़_गुडेली_कटंगपाली तक अवेध बायोडीजल का हो रहा सप्लाई? ‘धैर्य’ रखे

सारंगढ़_बिलाईगढ| छत्तीसगढ़ में अभी तक बायोडीजल नामक ईंधन का सप्लाई,परिवहन पूर्णतः प्रतिबंध है प्रतिबंध क्यों है इसका भी कारण है इस बायो. ईंधन से मानव जीवन के साथ साथ वातावरण को भयंकर बीमारी में धकेला जा रहा है। लेकिन इन परिवहन करने वाले व्यक्तियों के उपर विभाग न ही कोई जिम्मेदार अधिकारी कोई संज्ञान नहीं ले रहे है बल्कि संरक्षण देने जैसे प्रतीत हो रहा है! नही तो पूर्व की भांति लगातार करवाही करते नजर आते लेकिन यहां डीलरो के ऊची पहुंच और पकड़ के आगे अधिकारी नसमस्तक नजर आ रहे है| हाथ पांव कांप रहे है करवाही करने के लिए/या कमीशन में चल रहा है माजरा?
समाचार चलने या अधिकारी को जानकारी मांगने पर अधिकारी बोलेंगे ‘ धैर्य ‘ रखे होगा कारवाही!लेकिन कब पहले जैसे करवाही| सारंगढ़ में लगातार हो रही अवेध बायोडीजल ईंधन की तस्करी लेकिन इनको छूट दे दी गई है। जैसे प्रतीत हो रहा है खाद्य विभाग के नया अधिकारी आने के बाद अब तक कोई कारवाही नही किया गया है। सारंगढ़ जिले के कुछ ऐसे राईसमिल है वहा जानकारी मिला है की बायोडीजल की हजारों लीटर अवैध तरीके से डंप करके रखे हुए है और उसी को पिकप वाहन छोटे टैंक में सप्लाई किया जा रहा है| सारंगढ़ क्षेत्र को अंधकार में धकेल रहा है ये सप्लायर| अगर सारंगढ़ में ऐसे स्थिति रहा तो आने वाला भविष्य में लोगो को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है|
विभागीय तौर पे गर आपको बायो डीजल का विशेष आदेश मिला हो तो आप परिवहन करने में सक्षम हो सकते है लेकिन बिना आदेश का और बिना कोई प्रमाणित काग जात के आप बायो डीजल का परिवहन करेंगे तो आप सरकार की आंखों में धूल झोंक रहे है जिसका कीमत चुकाने में आपको भारी पढ़ सकता है, यहां तक जेल भी जा सकते हो अगर गलत करोगे तो| कौन बचाएगा इस जिले को समझ से परे है?क्या! जांच करने के उपरांत मामला होगा क्लियर या फिर ऐसे ही चलता रहेगा। देखते है कब होगी बड़ी कारवाही! कब थमेगी क्रेशर में पहुंचने वाला अवैध bio का खेल|

बायोडीजल क्या है?
बायोडीजल पारंपरिक डीजल के समान एक वैकल्पिक स्वच्छ जलने वाला नवीकरणीय ईंधन है। इसका उत्पादन पशु वसा, वनस्पति तेल और अपशिष्ट खाना पकाने के तेल का उपयोग करके किया जाता है। इसकी बायोडिग्रेडेबल प्रकृति के कारण, इसका उपयोग जीवाश्म डीजल ईंधन के प्रतिस्थापन के रूप में किया जाता है। इसे किसी भी अनुपात में पेट्रोलियम डीजल ईंधन के साथ भी मिलाया जा सकता है।

Dinesh Jolhe
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