सारंगढ़ के विवादास्पद पंचायत माने जाने वाले ग्राम पंचायत ताड़ीपार में इन दिनों लाखो के निर्माण से बन रहे सिंचाई नाली में भ्रष्टाचार का बू…आ रहा है जहां जिस गुणवत्ता के साथ बनना है उस गुणवत्ता को खा गया पंचायत प्रतिनिधि बता दे की…मनरेगा योजना में ग्राम पंचायत के व्यक्तियो को लाभ देने के बजाय अन्यतंत्र पंचायत के लोगो को दे रहा है लाभ,लघु मजदूरों की जनसंख्या को कई दर्जनों मजदूरों का स्टेमिट बना कर ले रहा बेजा लाभ! आज 16 अगस्त को 13 मजदूर कार्यरत थे लेकिन ज्यादा का ले रहा आंकड़ा! वही ग्रामीणों के बताए अनुसार सभी तथ्य सूत्रों के हवाले से प्राप्त हुआ है अब इसका जांच होने के बाद सब हो सकता है क्लियर
(((एक नाली को दो बार किया गया शो next में होगा इसका खुलासा?)))
एक ऐसा पंचायत जहा एक काम हो जाता है दोबारा सेंक्शन का योग्य कैसे ,शाम 6:00 बजे दिखाएंगे सिर्फ DNI पर?
“JCB मशीन से किया गया खोदाई…और मजदूरों से कराया दिया फावड़े में छिछली काम करा कर शो कर दिया रिकार्ड jio टेकिंग हो गया फर्जी?
अगर जेसीबी से नही हुआ कार्य तो, जियो टेकिंग फोटो में मिला ले अधिकारी!
निर्माण कार्य में भारी लापरवाही,जांच का विषय!
हमेशा से यह पंचायत बना रहता है शिकायत की डोर में तफदील… आय दिन शिकायत!
मजदूरों का कहना है की हाथ में करते है पेमेंट,नही देते खाते में एंट्री!
लेबर भी बन जाता है मिस्त्री!…मिस्त्री बन जाता है लेबर और काम शून्य काम!
सरपंच बुध्यारिन बाई सिदार थी लेकिन वर्षो पूर्व शादी करके अपने ससुराल चली गई,जो ग्राम पंचायत में न रहती है। उसके अनुपस्थिति में ग्राम पंचायत का उपसरपंच श्रीमती पूर्णिमा जायसवाल का पति प्रतिनिधि योगेश जायसवाल काम काज को करवाने का ठेका ले रखा है मानो उसी तारतम्य में कार्य को करा रहा है अब ऐसे में निर्माण कैसे होगा गुणवत्ता पूर्व विचार करने योग्य मशला!

सिंचाई नाली का निर्माण देखो तो समझ आएगा…की भ्रष्टाचार का बू कैसे है ,सिंचाई नाली इतना घटिया और गुणवत्ता हीन बन रहा है की एक वर्ष अगर टिक गया तो इतिहास के पन्नो में दर्ज हो जायेगा। अभी का नमूना आपको फोटो में दिखा देते है। भाग 1
